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"अगर किसी देश को भ्रष्टाचार मुक्त और सुन्दर – मन वाले लोगों का देश बनाना है तो, मेरा दृढ़तापूर्वक मानना है कि समाज के तीन प्रमुख सदस्य ये कर सकते हैं। पिता, माता और शिक्षक।” || “हमे ऐसी शिक्षा चाहिए, जिससे चरित्र बने, मानसिक विकास हो, बुद्धि का विकास हो और मनुष्य अपने पैरों पर खड़ा हो सके।” ~  स्वामी विवेकानंद || शिक्षा वो है जिसके द्वारा किसी भी इन्सान का शारीरिक, मानसिक और आत्मिक रूप से विकास होता है || Welcome to Government Girls Inter College Rajepur, District Farrukhabad Uttar Pradesh
Richa Yadav
Principal

श्री प्रभुदयाल ईश्वरवती इण्टर कॉलेज जनैया सठैया फ़र्रुख़ाबाद में आपका स्वागत है

" सा विद्या या विमुक्तये " संस्कृत की उक्ति के अनुसार शिक्षा ही लोक कल्याणकारी सोवन शैली बन मोक्षदायिनी है । बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन दे कर समाज को उन्नति की ओर ले जाया जा रहा है । ग्रामीण परिवेश में पत्नी बढ़ी बेटियों में प्रतिभायें अपार होती है । विद्यालय के द्वारा प्रत्येक छात्रा की योग्यता को पहचान कर उन्हें आगे बढ़ने के लिये प्रेरित किया जाता है । विगत दशक से शिक्षा के क्षेत्र में अनेक क्रान्तिकारी परिवर्तन हो रहे हैं । राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अर्न्तगत डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है । शिक्षा में जब तकनीक , नई विधाओं संकल्पवाओं से शिक्षा क्षेत्र से जुड़े समस्त घटकों शिक्षक , विद्यार्थी एवं अभिभावक सभी प्रभावित हुये एवं नयी यथा हैं । अपनाकर युग में के लिये प्रतिबद्ध है । साथ - साथ वाड्य आज समय की मांग है हम नई तकनीकों को अपने बच्चों का भविष्य संवारे अन्यथा वे इस प्रतिस्पर्धा बहुत पीछे रह जायेंगे 1 विद्यालय से बेटियों का बौद्धिक एवं मानसिक विकास होता है हमारा विद्यालय बेटियों के सर्वांगीण विकास विद्यालय में प्रतिवर्ष प्राठ्यक्रमीय शिक्षण के सहगामी और पाठ्‌येत्तर क्रिया कलापों को भी नियमित रूप से संचालित किया जाता है जैसे- निबन्ध , भाषण , सामान्य ज्ञान व विज्ञान क्विज , विज्ञान माडल प्रदर्शनी , खेलकूद , शाइडिंग , योगासन पीटी आदि | पाठ्य सहगामी और पाठ्येबर क्रियाकलापो के माध्यम से बेटियों में सुरुचिपूर्ण खेलभावमा मानवीय मूल्य , का विकास हो रहा है । का कार्य घर से प्रारम्भ होता है अतः अभिभावकों को भी बेटियों में धैर्यपूर्वक सिंचित करना चाहिये । ये बेटियाँ ही कल के राष्ट्र अत : अभिभावकर बेटियों की चहुंमुखी प्रतिभा को कल्पनाशक्ति संस्कारित करने तर्कपूर्ण चिन्तन बालिकाओं को विद्यालय के साथ . ● संस्कारों को का भविष्य होंगी विकसित करने में अपना पूरा योगदान दें ।